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सोमनाथ मंदिर,जिसे मुस्लिम शासको ने १७ बार लुटा

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Somnath Temple Ka Darshan In Hindi सोमनाथ मंदिर गुजरात के पश्चिमी तट पर सौराष्ट्र में वेरावल बंदरगाह के पास प्रभास पाटन में स्थित है। यह मंदिर भारत में भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंग मंदिरों में से पहला माना जाता है। यह गुजरात का एक महत्वपूर्ण तीर्थ और पर्यटन स्थल है। प्राचीन समय में इस मंदिर को कई मुस्लिम आक्रमणकारियों और पुर्तगालियों द्वारा बार-बार ध्वस्त करने के बाद वर्तमान हिंदू मंदिर का पुनर्निर्माण वास्तुकला की चालुक्य शैली में किया गया। सोमनाथ का अर्थ है, “भगवानों के भगवान”, जिसे भगवान शिव का अंश माना जाता है। गुजरात का सोमनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर ऐसी जगह पर स्थित है जहां अंटार्कटिका तक सोमनाथ समुद्र के बीच एक सीधी रेखा में कोई भूमि नहीं है। सोमनाथ मंदिर के प्राचीन इतिहास और इसकी वास्तुकला और प्रसिद्धि के कारण इसे देखने के लिए देश और दुनिया से भारी संख्या में पर्यटक यहां आते हैं। 1. सोमनाथ मंदिर का इतिहास History Of Somnath Temple In Hindi प्राचीन हिन्दू ग्रंथों के अनुसार में बताये कथानक के अनुसार सोम अर्थात् चन्द्र ने, दक्षप्रजापति राजा की २७ कन्याओं से विवाह...

51 shakti pithas , 51 शक्तिपीठों की कहानी

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नमस्कार दोस्तों     आज हम जानेंगे भारत के 51 शक्तिपीठों के बारे में।  शक्तिपीठों के पीछे का रहस्य  दोस्तों जब माता सती के द्वारा  दक्ष यज्ञ विनाश और खुद के शरीर को उसमे जलाने के पश्चात् वीरभद्र और शिवगणों के द्वारा अपराधियों को दंड दिया गया।  उस समय शिवजी बहुत दुखी व् संतप्त थे उन्होंने माता सती का जला हुआ शरीर उठाया और अपने कंधे पर लादकर  चल दिए उसी शरीर को साथ लेकर उन्होंने तांडव नृत्य करना शुरू किया। बहुत काल तक जब शिवजी शांत नहीं हुवे तब भगवान विष्णु को चिंता हुई। उन्होंने समस्या सुलझाने के लिए सुदर्शन चक्र द्वारा माता सती के शरीर के टुकड़े करना शुरू किया।  ऐसी मान्यता है की माता के शरीर के टुकड़े ५१ जगहों पे गिरे और वही ५१ शक्तिपीठ कहलाये  १) कालीघाट मंदिर ( कलिका मंदिर, kolkata)   यह शक्तिपीठ पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में है। इसके लिए आपको पूरा कोलकाता पार करके जाना पड़ेगा। यह हुगली नदी के पूर्व किनारे पर बसा है निकटतम रेलवे स्टेशन हुगली है  और मेट्रो स्टेशन कालीघाट है।  मंदिर के नाम पार कोलकाता शहर का नाम पड़ा साथ...