51 shakti pithas , 51 शक्तिपीठों की कहानी
नमस्कार दोस्तों आज हम जानेंगे भारत के 51 शक्तिपीठों के बारे में। शक्तिपीठों के पीछे का रहस्य दोस्तों जब माता सती के द्वारा दक्ष यज्ञ विनाश और खुद के शरीर को उसमे जलाने के पश्चात् वीरभद्र और शिवगणों के द्वारा अपराधियों को दंड दिया गया। उस समय शिवजी बहुत दुखी व् संतप्त थे उन्होंने माता सती का जला हुआ शरीर उठाया और अपने कंधे पर लादकर चल दिए उसी शरीर को साथ लेकर उन्होंने तांडव नृत्य करना शुरू किया। बहुत काल तक जब शिवजी शांत नहीं हुवे तब भगवान विष्णु को चिंता हुई। उन्होंने समस्या सुलझाने के लिए सुदर्शन चक्र द्वारा माता सती के शरीर के टुकड़े करना शुरू किया। ऐसी मान्यता है की माता के शरीर के टुकड़े ५१ जगहों पे गिरे और वही ५१ शक्तिपीठ कहलाये १) कालीघाट मंदिर ( कलिका मंदिर, kolkata) यह शक्तिपीठ पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में है। इसके लिए आपको पूरा कोलकाता पार करके जाना पड़ेगा। यह हुगली नदी के पूर्व किनारे पर बसा है निकटतम रेलवे स्टेशन हुगली है और मेट्रो स्टेशन कालीघाट है। मंदिर के नाम पार कोलकाता शहर का नाम पड़ा साथ...